लखनऊ से पोते की कॉल पर शिमला पुलिस ने गांव में पहुंचाई दादी को दवाई

लॉकडाउन के दौरान शिमला की मित्र पुलिस ने मानवता की मिसाल पेश की है। पुलिस ने लखनऊ में काम कर रहे एक शख्स की कॉल पर राजधानी से करीब साठ किलोमीटर दूर बनोट गांव में रह रही उसकी दादी को जरूरी दवाएं महज दो घंटे में पहुंचा दीं। दादी को पुलिस की ओर से दवा पहुंचाने की जानकारी युवक ने सोशल मीडिया पर साझा की। लोग शिमला पुलिस के इस काम की तारीफ कर रहे हैं।


बनोट के रहने वाला एक युवक लखनऊ में एक निजी कंपनी में कार्यरत है। बनोट में माता-पिता के साथ रह रही उसकी 80 वर्षीय दादी की तबीयत कुछ नासाज हुई। दवा की जरूरत पड़ी तो गांव व ठियोग में दवा नहीं मिली। कर्फ्यू व लॉकडाउन के दौरान मिली छूट की अवधि में जब दवा नहीं मिल सकी तो युवक ने एसपी शिमला ओमापति जम्वाल के नंबर पर कॉल कर दिया।

युवक ने बताया कि छोटा शिमला में एक दोस्त ने दवा तो ले ली है लेकिन वह कर्फ्यू के चलते घर नहीं पहुंचा पाएगा। जम्वाल ने मामले की गंभीरता को देखते हुए युवक से दवा को छोटा शिमला थाने में पहुंचाने को कह दिया। इसके बाद वहां से पुलिस ने महज दो घंटे में दवा सैंज पुलिस पोस्ट पहुंचा दी। इसके बाद युवक के पिता ने चौकी से दवा हासिल कर ली। सिर्फ एक कॉल की मदद से हजार किलोमीटर दूर होने के बावजूद दवाई पहुंचाने वाले युवक ने पुलिस की इस सोशल पुलिसिंग की तारीफ करते हुए सोशल मीडिया पर पोस्ट डाल दी जिसके बाद लोगों ने उसे हाथोंहाथ लेते हुए शिमला पुलिस की जमकर तारीफ की।

एसपी जम्वाल ने बताया कि जिले के वरिष्ठ नागरिकों को दवा व अन्य जरूरी सामान मुहैया कराने के लिए हेल्पलाइन नंबर 8894728012 स्थापित किया गया है। इस नंबर पर कॉल कर कोई भी वरिष्ठ नागरिक अपनी जरूरत को साझा कर सकता है। इसके बाद पुलिस उस सामान या दवा को घर पहुंचाने का प्रयास कर रही है। कहा कि अभी तक करीब तीन दर्जन से ज्यादा वरिष्ठ नागरिकों को सेवाएं दी जा चुकी हैं।